देव श्रीमाली, GWALIOR. मध्यप्रदेश के ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपनी अलग कार्यशैली के लिए चर्चित रहते हैं। तोमर के बंगले पर उनके खिलाफ और अपनी मांगों के समर्थन में आउटसोर्स बिजली कर्मचारी प्रदर्शन करने पहुंचे। यहां उन्होंने कुछ अलग ही कर दिया। इससे वो चर्चा में आ गए हैं। जब आंदोलनकारी आक्रामक होकर उनके बंगले के बाहर बैठकर जोरदार नारेबाजी कर रहे थे तभी अंदर से निकलकर तोमर उनके साथ ही धरने पर बैठ गए और उन्होंने ज्ञापन लेकर उनकी बात सुनी।
बंगले के घेराव करने पहुंचे बिजलीकर्मी
मध्य प्रदेश संविदा और ठेका श्रमिक संघ इंटक प्रदेश भर में अपनी कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। ग्वालियर में भी बिजली कर्मचारी संघ के आह्वान पर शहर के सभी बिजली घरों से आउटसोर्स कर्मचारी रोशनी घर जमा हुए जिसके बाद कर्मचारी समूह के रूप में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले का घेराव करने पहुंचे और ऊर्जा मंत्री के बंगले के बाहर धरना दिया। इस दौरान आक्रोशित आउट सोर्स बिजली कंपनी कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की।
सड़क पर आकर साथ ही बैठ गए मंत्री जी
खास बात यह रही कि जब आउटसोर्स कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री के बंगले के बाहर प्रदर्शन किया तो ऊर्जा मंत्री खुद बंगले से बाहर आकर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों के साथ सड़क पर बैठ गए। उन्होंने आंदोलनकारियों की बात ध्यान से सुनी और आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी।
ये है उनकी मांगें
ऊर्जा मंत्री के बंगले के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे विद्युत कर्मचारियों की मांग है कि उन को नियमित किया जाए और अल्प वेतन पर कार्यरत विद्युत आउटसोर्स कर्मचारियों का विद्युत विभाग की सभी कंपनियों में सांविलियन किया जाए। बिजली कर्मचारियों का कहना है कि दूसरे राज्यों की तरह मध्यप्रदेश सरकार भी साल 2000 से बंद पुरानी पेंशन बहाल करें और नियमित कर्मचारियों की तरह उन्हें भी मेडिकल क्लेम दिया जाए। आउटसोर्स बिजली कर्मचारियों की 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन लेने के बाद ऊर्जा मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए बिजली कंपनी के आला अधिकारियों के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री से वे चर्चा करेंगे। जिससे आउट सोर्स बिजली कर्मचारियों को भी नियमित बिजली कर्मचारियों की तरह सभी सुविधाएं मिल सकें।
आस-पास के जिलों से भी पहुंचे थे लोग
मप्र संविदा और ठेका कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष एलके दुबे ने बताया कि बिजली कंपनी के आउट सोर्स कर्मचारियों के आंदोलन में न केवल ग्वालियर बल्कि आसपास के सभी जिलों के आउटसोर्स कर्मचारी भी यहां पहुंचे थे। लेकिन ऊर्जा मंत्री ने भी अपने अंदाज में कर्मचारियों के साथ सड़क पर बैठकर उनसे बातचीत की और उनके गुस्से को तुरंत ठंडा कर दिया। इसके साथ ही उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचाने का भरोसा दिया।